RSI Indicator In Hindi – RSI के जरिये कैसे Trading को Imporve कर सकते है

RSI Indicator In Hindi
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RSI Indicator In Hindi या Relative Strength Index एक बहुत प्रसिद्ध और Technical Analysis मे उपयोग किये जाने वाला Technical Indicator है जिसका उपयोग Price Movement कि strength और Potential Overbought व Oversold स्थितीयो कि पहचान करने के लिए किया जाता है । RSI एक Versatile Indicator है जो कि अलग-अलग तरह कि Trading Strategies मे काम आता है जैसे Day Trading, Swing Trading और Long term Investing आदि और RSI Indicator In Hindi के बारे मे बात केगे।

इस Article मे, हम RSI क्या है, यह कैसे काम करता है, और अपनी Trading Strategies में इसका उपयोग कैसे करें, इसके बारे में गहराई से जानेंगे। RSI को Calculate करने के लिए Formula, RSI की व्याख्या और RSI के साथ उपयोग की जा सकने वाली विभिन्न Trading Strategies की व्याख्या करेंगे। हम RSI का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के बारे मे, Comman Mistakes से बचने और RSI का उपयोग करके कैसे Trading कि जाती है और कैसे उसे Profit बनाया जाता है इसके बारे में Tips पर भी बात करेंगे । इस Article के अन्त आपके पास RSI अच्छी समझ होगी और अपने Trading मे Profit के लिए RSI Indicator In Hindi को उपयोग करने मे सक्षम होंगे।

What is RSI Indicator In Hindi – आरएसआई क्या होता है ?

RSI या Relative Strength Index एक बहुत प्रसिद्ध Technical Indicator है जो Trading के लिए ज्यादातर Trader के द्वारा उपयोग किया जाता है । जिसको 1970 के दशक के अंत मे J. Welles Wilder Jr. के द्वारा विकसित किया गया था । RSI एक Movement Oscillator जिसके द्वार हाल के Price Gain के परीणाम के तुलना हाल ही के Price Loss से यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि Asset Over Sold है या Over Bought है ।

RSI एक Formula है जो कि Calculate करता है Average Gain और Average Loss के Ratio को एक निश्चित समय के अन्दर जो कि सामान्य 14 दिन का होता है जिसमे RSI का काम 0 से 100 तक होता है । जिसमे 70 के ऊपर RSI Over Bought कि स्थिति मानी जाती है और 30 से कम Over Sold कि स्थिति मानी जाती है जब RSI 70 से अधिक होती है माना जाता Price काफी तेजी से ऊपर गई है और Price मे Correction के बारे मे सोच सकते है और इसी तरह से जब RSI 30 से कम होता है तो Price काफी तेजी से नीचे गई है और एक अब Price मे बड़ी Bouns के बारे मे सोच सकते है ।


कई Trader इसको Short Security के रूप मे उपयोग लेते है RSI 30 से नीचे होने पर Overbought Condition मानते हुए Sell Side अपनी Position के बारे सोचते है और यदि RSI 70 से ऊपर है तो Over Sold Condition मानते हुए Buy Side अपनी Position के बारे मे सोचते है ।
Trading मे RSI के महत्व को कम नही आंका जा है यह Trading के लिए बहुत Powerful Tool है जो कि Traders को अच्छी Entry और अच्छी Exit लेने मे मदद करता है । भले ही आप Day Trader हो, Swing Trader हो, या फिर Long Term Investor ही क्यो ना हो RSI मदद करता है Trading मे Informative Desicion लेने के लिए । Trader RSI को समझकर Market Trend, Reversal और Price Movement का पता लगा सकते है ।

How to Understand RSI In Hindi – आरएसआई इंडिकेटर को कैसे समझे

RSI को समझना Trading मे RSI Indicator In Hindi को उपयोग करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। RSI मान 0 से 100 तक होता है, जिसमें 70 से ऊपर की Overbought की स्थिति और 30 से नीचे की Oversold कि स्थिति का संकेत देती है जब RSI 70 से ऊपर होता है, तो यह बताता है कि Asset अधिक खरीदा गया है या OverBought Condition मे है और Price Correction हो सकता है या Reversal हो सकती है। इसके विपरीत, जब RSI 30 से नीचे है, तो यह बताता है कि Asset को अधिक बेचा गया है या Oversold Condition मे है और Price Bouns या Reversal हो सकती है।
Overbought और Oversold Conditions के अलावा, Trader Trend और Reversal की पहचान करने के लिए भी RSI का उपयोग कर सकते हैं। जब कोई Asset Trending में होता है, तो RSI लगातार High पर High या Low पर Low दिखा कर Trend की Additional Conformation कर सकते है। जब कोई Asset एक Range Bond Market में होती है, तो RSI का उपयोग Potential Breakdown या Potential Breakout की पहचान करने के लिए किया जा सकता है, RSI और Price Action के बीच Divergence को दिखा कर।
RSI का उपयोग करने का एक सामान्य तरीका है RSI और Price Action के बीच Divergence की तलाश करना। Divergence तब होता है जब RSI, Price Action को Conform नहीं करता है, यानि कि Price ऊपर जा रही हो और RSI ऊपर नही जा रहा या नीचे आ रहा हो तब संभावित Trade Reversal का संकेत देता है। Bullish Divergence तब होता है जब Price कम होती है, लेकिन RSI High पर High बनाता है, यह दर्शाता है कि Buying का दबाव कमजोर हो रहा है। इसके विपरीत, Bearish Divergence तब होता है जब Price अधिक होती है, लेकिन RSI low पर low बनाता है, यह दर्शाता है कि Buying का दबाव कमजोर हो रहा है।

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How use RSI Indicator In Hindi – आरएसआई इंडिकेटर का उपयोग कैसे करे

RSI का Technical Indicator के रूप मे किया जाता है और RSI एक Indication या संकेत देने कि कोशिश करता है जिसमे सबसे पहले Chart Pattern के ऊपर जाकर Indicator मे से RSI को Select करके जिसमे आपके Chart Pattern के ऊपर RSI Indicator Apply हो जाता है जिसमे आपका Chart पर एक नया और छोटा Chart आ जाता है जिस मे Default Range जो Ideal Range आ जाती है । जिसके अनुसार Overbought और Oversold Conditions को देख सकते है, Trend के बारे मे पता लगा सकते है और Price Reversal के बारे मे भी पता लगा सकते है ।

RSI Indicator Trading Strategies In Hindi – आरएसआई इंडिकेटर ट्रेडिंग स्ट्रेटेजीज

RSI या Relative Strength Index एक Powerful और Famous Indicator है जो जिसको उपयोग करके हम Trading कर सकते है RSI कि कुछ Strategies के बारे हम article मे ऊपर बात कि लेकिन यहाँ उनके के साथ कुछ और Strategies पर बात करेंगे।

  • Overbought और Oversold Signals – जब RSI 70 से ऊपर होता है, तो इसे Overbought माना जाता है, और जब यह 30 से नीचे होता है, तो इसे Oversold माना जाता है। Traders इन संकेतों का उपयोग Trades में Entry करने या Exit करने के लिए कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, जब RSI 70 से ऊपर होता है, तो Traders Sell करने पर विचार कर सकते हैं, और जब यह 30 से नीचे होता है, तो वे Buy करने पर विचार कर सकते हैं लेकिन सिर्फ इस पर Depend हो किसी प्रकार के Decision के बारे नही सोचना चाहिए इसके के साथ कुछ और Indicator से भी Conformation लेना चाहिए ।
  • Divergence – Divergence जब किसी Asset की Price एक दिशा में चलती है और RSI विपरीत दिशा में चलती है, तो इसे Divergence कहा जाता है। Traders यहां से संभावित Trade Reversal की पहचान करने के लिए इससे Signal का उपयोग कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि किसी Asset की Price ऊपर चल रही है, लेकिन RSI नीचे चल रही है, तो यह Sell का संकेत हो सकता है लेकिन। Trade को Conform करने के लिए कुछ Strategies, Indicator, Chart Pattern, Candlestick आदि कि सहायता ले ।
  • RSI Crossover – RSI crossover Trading Strategies मे Trades 50 के Level के ऊपर होता है तो एक Bullish Signal के साथ Trade मे Position बनाता है Profit बनाने कि कोशिश करता है साथ जब RSI 50 के नीचे होता है तो या आ रहा होता है तो Trader एक Bearish Signal मानते हुए Trade मे Position बनाता है और Profit बनाने कि कोशिश कि है ।
  • RSI और Moving Average – RSI को Moving Average के साथ कई Traders के साथ उपयोग करते है जिससे Trend Reversal के बारे मे पता लगाते है और Profit बनाने कि कोशिश कर रहे होते है उदाहरण के लिए जब RSI 50 के ऊपर है और Moving Average के ऊपर Price चल रही है तो एक Bullish Signal माना जाता है साथ ही जब RSI 50 से नीचे हो और Price भी Moving Average के नीचे चल रहा हो तो इसको भी एक Bearish Signal माना जाता है जिससे Trader Profit बनाते है ।

RSI एक Powerful और महत्वपूर्ण Tool है Traders के लिए जिसके द्वारा Trends या Reversal के बारे मे आसानी से पता लगा सकते है और साथ ही RSI का उपयोग किसी और Strategy, या Indicator के साथ उपयोग करके Trading मे Success के Chances बढ़ा सकते है ।

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RSI Indicator Tips In Hindi – आरएसआई इंडिकेटर का उपयोग करने के लिए टिप्स

RSI का उपयोग दूसरे Indicator के साथ करना, RSI Indicator अकेले भी Signal देता है लेकिन कही बार ये Fake भी हो सकते है लेकिन RSI को किसी और Indicators, Candlesticks या Price Action के साथ उपयोग करके Conformation ले सकते है और Trading मे Successful हो सकते है ।

  • Fake Signal से सावधान रहे – RSI एक Indicator जो कि कभी कभी Fake Signals भी देता है और दूसरे Indicator कि तरह इसके बारे आपको जानना चाहिए और सोच समझकर Decision लेना चाहिए और पूर्ण रूप से भी RSI पर निर्भर नही होना चाहिए । RSI को आपको कई Indicator के साथ तथा कई अन्य बातो का ध्यान रखते हुए उपयोग करना चाहिए। जैसे – Market Conditions, News, Market Events आदि के बारे मे भी सोचना चाहिए ।
  • अलग-अलग Time Frames का उपयोग करना – RSI को Time Frame के अनुसार उपयोग करना चाहिए जो कि पूरी तरह से आपके Trading Style के ऊपर निर्भर करता है जैसे आप यदि day Trader है तो RSI का छोटा Time Frame आपके लिए अच्छा है और यदि आप एक Long Term Investor है तो आपके लिए बड़ा Time Frame सही है और आपको नही पता कौनसा Time Frame आपके लिए सही है तो आपको अलग-अलग Time पर Experiment करके देखना चाहिए।
  • RSI का उपयोग Divergence करे – Divergence तब होता है जब RSI एक अलग चल रहा होता है Price Action से या Price के अनुसार RSI नही चल रहा होता है उसे Divergence कहते है Bullish Divergence मे Price नीचे आ रही होती है और RSI High पर High बनाता रहता है यहां Selling Pressure खत्म होने लग जाता है तथा साथ Bearish Divergence मे Price ऊपर जाती है और वही RSI नीचे जाता रहता है यहां पर Sell Pressure खत्म हो जाता है और Trend Reversal हो सकता है संकेत देता है और Trading के लिए Divergence का भी उपयोग सकते है ।

इन कुछ बातो का RSI उपयोग करते हुए ध्यान देना चाहिए जिससे RSI के आपके अच्छे Results मिलेंगे और Trading मे Success भी

Conclusion

हमने इस Article मे देखा कि RSI Indicator In Hindi एक Powerful Tool है Technical Analysis के लिए जिसको कैसे उपयोग मे लेना है क्या क्या सावधानी रखनी चाहिए इस पर बात तथा Bullish Divergence, और Bearish Divergence क्या होता है इस पर बात कि RSI Indicator In Hindi कि हर बात को समझाने कि कोशिश कि है ।

RSI Indicatorसे जुड़े FAQs

RSI Indicator Full From In Stock Market

Relative Strength Index (RSI)

RSI Formula In Hindi

RSI = 100 – [100/1+RS] Formula मे RS = Average Gain/ Average Loss होता है ।

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