Risk Management In Hindi – Trading 90% तक Profit बढ़ाने मदद करता है

Risk Management In Hindi
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Risk Management Trading का एक Basic Concept है जिसका उपयोग Trading अलग-अलग Sector में Potential Risk की पहचान करने, उनको समझने और उन्हें कम करने के लिए किया जाता है जो कि Trading Performance को Effect करते हैं। यहां, हम Finance और Investment Activities, विशेष रूप से Financial Markets में Trading में Risk Management के बारे मे समझेंगे कोशिश करेंगे

Trading में Risk Management Capital को Protect करने, Performance में के लिए, Long Term Stability प्राप्त करने, Emotional Displine बनाए रखने, Market Conditions को Favorable करने और Risk-Reward Ratio को अधिकतम करने के लिए Important है। जो Trader Risk Management को प्राथमिकता देते हैं, वे Confidence के साथ Uncertainity से निपटकर और लगातार आगे बढते है और Profitable के लिए अपनी समझ से Risks को स्वीकार करके उसको Imp को सफलता की स्थिति में रखते हैं।

What Is Risk Management – रिस्क मैनेजमेंट क्या है

What Is Risk Management - रिस्क मैनेजमेंट क्या है

Risk Management Financial Markets में Trading का एक Basic और Important पहलू है। यह Capital को Protect करने और Return को बढ़ाने के लिए Potential Risks की पहचान करने और उन्हें कम करने की Displined Process का Part होती है। Trading की अत्यधिक Volatile और Predictable दुनिया में, Risk Management Traders को Losses से बचाने और Long Term मे Success के लिए Important निभाता है।

इसका Primary Goal Capital को Protect करना और जब Market अनुसार नही चलता है या Unpredictable Market Movement के Effect को कम करके Return को बढाने मे और Trading में, Risk Management में Market की Volatility के कारण Potential Losses को Control करने और Trading Capital को Protect करने के लिए Strategies और Technical को शामिल किया जाता है। इसका उपयोग स्व्यपक्तिगत जोखिम सहनशीलता को समझने से होती है।

Trader Proper Position Sizing, Stop-Loss और Portfolio Diversification जैसे Tools का उपयोग करते हैं। Effective Risk Management के लिए Risk Reward Ratio पर ध्यान देना और Market मे चलते वक्त पर Informative रहने की आवश्यकता होती है। ताकि Risks को समझदारी से Manage कर पाए, न कि उसे Ignore कर दे । Financial Market में सफल Risk Management के लिए Displine, गलतियो से सीखना और उनको Imporve करते हुए रहना।

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Types of Risk In Risk Management – रिस्क मैनेजमेंट मे रिस्क के प्रकार

Types of Risk In Risk Management - रिस्क मैनेजमेंट मे रिस्क के प्रकार

Financial Markets में Trading में अलग-अलग प्रकार के Risk शामिल होते हैं जिनके बारे में Traders को जानना और समझना चाहिए और Effective ढंग से Manage करने की आवश्यकता होती है। कई प्रकार के Risk Trading मे होते है। Trading में Risk के Types नीचे दिए गए हैं ।

  • Market Risk : Market Risk, Normal Market Activities से उत्पन्न होने वाली Uncertainty और Potential Losses के बारे होती है। Economical Indicator, Geo-Political Events, Interest Rates और Market Sentiment जैसे Factors Stocks, Bond और Commodities जैसे Financial Resources के Price से Effect होती हैं।
  • Credit Risk : जब कोई उधार देने वाला उधार देता है, तो हमेशा इस बात को लेकर Uncertainty रहती है कि उधार लेने पाला उधार चुकाएगा या नहीं। इस Uncertainty को Credit Risk के रूप में जाना जाता है। Credit Risk उधार लेने वाले द्वारा उधार चुकाने में लायक ना होने के कारण होने वाले Loss की Possibility है जो Credit Risk के अंतर्गत आती है।
  • Liquidity Risk : Liquidity Risk तब पैदा होती है जब किसी Trader को अपने Investment को तुरंत Selling में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है या अपने Investment के Access करने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसी में, आपको अपना Investment कम Price पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है, जिससे आपको Capital की Emergency मे आवश्यकता होने पर Potential Losses हो सकता है।
  • Currency Risk (Foreign Exchange Risk): Currency Risk तब होता है जब किसी Trader के Investment या Trading Activities में Foreign Currency का Risk शामिल होता है। Exchange Rates में उतार-चढ़ाव से Profit या Loss हो सकती है, जिससे Traders के पुरे Portfolio कि Performance को Effect हो सकता है।
  • Regulatory Risk : Regulatory Risk Financial Markets और Trading Activities को Control करने वाले कानूनों, Exchange या Policies में बदलाव से Performance को Effect करता है। नए नियम या मौजूदा नियमों में बदलाव Trading Strategies, Charges Performance को Effect कर सकते हैं।
  • Events Risk : Event Risk प्राकृतिक आपदाओं, Political उथल-पुथल या Corporate घोटालों जैसी Unpredictable और Important Events से जुड़े Risk है। ये Events Market में अचानक और बहुत तेज हलचल पैदा कर सकती हैं, जिससे Trading Position Effect हो सकती है।
  • Systemic Risk : Systemic Risk वह Risk है जो Financial System के एक हिस्से में Problem फैल सकता है और Market मे बढ़े Crisis कि शुरुआत कर सकता है।

इस प्रकार के Risks को Effective ढंग से Manage करने के लिए, Trader अलग-अलग Risk Management Techniques को काम लेते हैं, जिनमें Diversification, Position Sizing, Stop-Loss, Hedging और Market के Trend और Indicators का सावधानीपूर्वक Analysis शामिल होती है। Traders के लिए Financial Market की अलग-अलग प्रकार कि Conditions से निपटने और Long Term Success प्राप्त करने के लिए इन Risks को समझना और उनका Mange करन Important है।

How to do Risk Management In Trading – कैसे रिस्क को मैनेज करे

How to do Risk Management In Trading - कैसे रिस्क को मैनेज करे

Risk Management Trading का एक Important Part है जो Traders की Capital Protect करने और Long Term Success की Possibility बढ़ाने में मदद करता है। Risk को Effective ढंग से Manage करके, Trader Financial Markets की Uncertainties से निपट सकते हैं और Challenging Market Conditions के दौरान Emotional Displine बनाए रख सकते हैं। Trading में Risk Management के लिए यहां कुछ Important Strategies Point दीए गए हैं ।

  • Trading Goal का चुनाव करें: Specific और प्राप्त करने योग्य Trading Goal Define करें जो आपके Financial Goal और Risk सहन शीलता के अनुसार हों। स्पष्ट Goal रखने से आपको ध्यान एक जगह रहने और Sentiments पर आधारित Aggressive Decisions लेने से बचने में मदद मिलती है।
  • Risk सहनशीलता करें: Financial Capacity, Investment Experience और Emotion, Greed जैसे Factors पर समझते हुए अपने Risk सहन शीलता Level को समझे। अपनी Risk सहन शीलता को समझने से आप अपनी Individual Priorities के अनुसार Risk Management Strategies को तैयार करने के लायक हो सकते हैं।
  • Proper Position Sizing का उपयोग करें: एक Position Sizing Strategies लागए जो आपके Risk सहन शीलता और आपके द्वारा Trading किए जाने वाले Financial Resources की Volatility के अनुसार हो। किसी भी एक Trade में ज्यादा Capital का उपयोग करने से बचें, क्योंकि इससे Losses बढ़े हो सकता है।
  • Stop-Loss का उपयोग करें: प्रत्येक Trade मे Potential Losses को Limited करने के लिए हमेशा Stop-Loss का उपयोग करें। जब Market पहले Target Price Level पर पहुँच जाता है, तो Stop-Loss Automatic रूप से Trade से Exit हो जाता है, जिससे बड़े Losses होने से रोका जा सकता है।
  • अपने Portfolio में Diversification लाएं: Diversification में आपकी Capital को अलग अलग पर Asset और Market में लाया जाता है । Diversification लाकर, आप अपने Portfolio Performance को Imporve कर के Position पर Effect को कम कर सकते हैं।
  • Risk Reward Ratio का उपयोग करें: किसी Trade में Entry करने से पहले, Potential Risk और Reward को पहले देख ले। Favorable Risk-Reward Ratio वाले Trades मे ही Entry ले, जहां Potential Profit Potential Losses से अधिक हो
  • OverTrading से बचें: सावधान रहें कि Trading न करें, क्योंकि इससे Emotional थकावट हो सकती है और जल्दबाजी में Desicion हो सकते हैं। अपनी Trading Plan पर ठिके रहें और केवल वही Trade लें जो आपकी Strategy और Risk Reward Ratio अनुसार हों।
  • Trades की देखते रहे : नियमित रूप से अपने Trades पर नजर रखे और अपने Trading Performance पर ध्यान रखे । Pattern की पहचान करने और अपने Risk Management Approach में Imporve करने के लिए Wining और Lossing वाली दोनों Trade का Analysis करें।
  • बदलती Market Conditions के अनुसार बदले : Financial Market आगे बढता रहता हैं, और Conditions तेजी से बदल सकती हैं। उनके अनुसार और उभरते Market Trend और Uncertainty के आधार पर अपनी Risk Management Strategies को Adjust करें।
  • Emotions को Control मे रखें: Emotion कि वजह Desicion भी गलत हो सकते हैं और जिसके का कारण Losses हो सकता हैं। Emotional Displine बनाए रखें और Greed या Fear(डर) के आधार पर कोई कदम उठाने से बचें।
  • Updated रहें: Market News, Economical Data और उन घटनाओं से Updated रहें जो आपके द्वारा Trade की जाने वाली Assets को Effect कर सकती हैं। अच्छी तरह से Informative होने से आप बेहतर जानकारी वाले और Risk को Manage कर Decision ले सकते हैं।
  • लगातार सीखें रहे : Trading एक लगातार सीखने रहने वाली Process है। नई Risk Management Techniques को सीखने, Market Behavior का Analyze करने और अपने Trading Approach को Define करने से Time पर Trade करें सकते है।

Capital को Protect करने और लगातार Performance को Imporve करने के लिए Trading में Risk Management करना आवश्यक है। एक अच्छी तरह से Define Risk Management Strategies का उपयोग करके और Emotional Displine बनाए रखकर, Traders Confidence के साथ Financial Market की Success हासिल कर सकते हैं और Long Term Success की Possibility बढ़ा सकती हैं।

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Risk Management – Risk Management

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Conclusion

Risk Management Financial Market में Trading करने के लिए एक Important Part है। यह एक Protect करता है, Capital को जो Traders को Confidence के साथ Market की Uncertainties से निपटने में सक्षम बनाता है। स्पष्ट Target पहले चुनाव करने, Risk सहनशीलता , Proper Position Sizing का उपयोग करने, Stop-Loss लगाने और Portfolio में Diversification लाने जैसी Strategies का उपयोग करे, Trader अपनी Capital को Protect कर सकते हैं और Long Term Profitability की Possibility बढ़ा सकते हैं। Risk को Effective ढंग से Manage करने के लिए Updated रहना, Emotional Displine बनाए रखना और लगातार सीखना Important Factors है ।

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