SEBI ने F&O नियमों में बदलाव के लिए एक एक्सपर्ट कमेटी बनाई थी।

Retail Investors की बढ़ती दिलचस्पी के बावजूद इनमें भारी नुकसान हो रहा है।

हाल की रिपोर्ट बताती है कि 93% Retail Traders को पिछले तीन वर्षों में 1.8 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

SEBI की 30 सितंबर की बैठक में Futures and Options (F&O) के नए नियमों पर कोई निर्णय नहीं हुआ।

जिससे बाजार में अस्थायी राहत देखी गई।

हालांकि, SEBI जल्द ही Derivatives Trading से संबंधित नए नियमों का ड्राफ्ट सर्कुलर जारी कर सकता है ।

जिसे बोर्ड की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होगी।

SEBI इन निवेशकों को बचाने के लिए सख्त नियम लागू करने की योजना बना रहा है।

जैसे Minimum contract size बढ़ाना और वीकली ऑप्शंस की संख्या कम करना।

इसके अलावा, Extreme Loss Margin(ELM) भी बढ़ाने का प्रस्ताव है।

नए नियम लागू होने से बाजार की Liquidity पर प्रभाव पड़ेगा।