चीन सरकार ने हाल ही में Economy को प्रोत्साहित करने के लिए कई अहम कदम उठाए।
जिससे वहां के Stock Markets में तेजी आई। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इन Policies से Foreign Investors का ध्यान चीन के Markets की ओर जा सकता है ।
जिसका असर भारतीय Markets पर भी पड़ सकता है।
Goldman Sachs के सुनील कौल की राय है कि चीन की सरकार द्वारा उठाए गए कदम Foreign Investment को आकर्षित करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं
क्योंकि चीन की Economy अब भी कई चुनौतियों का सामना कर रही है। उनका कहना है कि हालिया तेजी को Market की स्थायी उछाल नहीं माना जा सकता ।
पहले से कमजोर Economy में सरकार के हस्तक्षेप के बाद अस्थायी सुधार देखा गया है। सही आकलन के लिए कुछ और डेटा आने का इंतजार करना होगा।
कौल ने यह भी बताया कि चीन और भारत के Markets के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है।
2023 की शुरुआत में चीन के Stock Markets में आई तेजी के बावजूद
भारतीय Stock Markets में Foreign Investment में कोई उल्लेखनीय बदलाव नहीं आया।
वर्तमान में Foreign Investment की हिस्सेदारी भारतीय Stock Markets में 11 वर्षों के Low Level पर है ।
MSCI Index में भारत की हिस्सेदारी धीरे-धीरे बढ़ रही है। दूसरी तरफ, चीन की Economic Growth हाल के वर्षों में धीमी रही है।