पिछले कुछ अध्यायों में हमने विभिन्न Chart Pattern के बारे में बात की थी, जैसे Candlestick Pattern, Triangle Pattern, Double Top Pattern, Double Bottom Pattern, Flag Pattern और सभी प्रकार के Pattern के बारे मे हमने जाना है अब आज हम Pennant Chart Pattern के बारे में बात करेंगे।
जब किसी Company का Share की Price में बड़ी तेजी के बाद एक Consolidation Phase मे आता है, और Time के साथ यह Consolidation Phase छोटा होता है, तो ऐसे Pattern को ‘Pennant या पताका चार्ट पैटर्न’ कहा जाता है। यह एक Pattern है जो Market के Insights और Siganl Traders को देता है।
Pennant Chart Pattern
Pennant Pattern दो प्रकार के होते है |
- बुलिश पताका चार्ट Pattern(Bullish Pennant Chart Pattern)
- बेयरिश पताका चार्ट Pattern(Bearish pennant chart pattern)
Bullish Pennant Chart Pattern In Hindi – बुलिश पताका चार्ट पैटर्न
जब किसी Company के Share में एक बड़ी तेज़ी के बाद Consolidation का Phase आता है लेकिन समय के साथ Consolidationका फेज सिकुड़ता या छोटा होता जाता है तो इस प्रकार के Pattern को बुलिश पताका चार्ट पैटर्न (Bullish Pennant Chart Pattern) कहा जाता है |
How to Identify Bullish Pennant Chart Pattern – बुलिश पताका चार्ट पैटर्न को कैसे पहचाने
जब Share Market के किसी Share में एक बड़ी तेज़ी आती है तो उसमे एक के बाद एक बड़ी बुलिश कैंडल बनती जाती है । एक समय के बाद यह तेज़ी थम सी जाती है, तथा Share Price अपनी चाल को Consolidation Phase में बदल लेती है । जब Consolidation का Phase सिकुड़ता जाता है या छोटा हो जाता है, तो इसे बुलिश पताका चार्ट पैटर्न कहा जाता है
आप Share Market में किसी भी Share के Chart में इसकी पहचान एक बड़ी तेज़ी तथा उसके बाद सिकुड़ते हुए Consolidation फेज पर Trendline को खींच सकते है ।
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How to Form Bullish Pennant Chart Pattern – बुलिश पताका चार्ट का निर्माण कैसे होता है
जब किसी Share के fundamental से जुड़ा कोई भी सुधार या कोई बढ़िया News हो तो Company के Share को खरीदने के लिए Traders तथा Investor Active हो जाते है । Share Market में आई अचानक Demand के कारण Share में एक बड़ी तेज़ी आ जाती है तथा Sell में लगे सभी Order Complete हो जाते है तथा एक नई तेज़ी का आरंभ होता है । इस कारण से Share Bullish Candle बनाते हुए ऊपर जाने लगती है । एक दौर ऐसा आता है जब Share अपनी तेज़ी खो देता है तथा Share Consolidation के Phase में चला जाता है |
जब Consolidation Phase में जाने के बाद जब Bulls तथा Bears आपस में Struggle करते है अर्थात Bulls Share को ऊपर ले जाने का प्रयास करें तथा Bears Share को नीचे लाने का प्रयास करें तो इस खिंचा तानी के कारण Share का Consolidation का Phase छोटा हो जाता है जो समय के साथ Pennant Pattern का निर्माण कर देता है ।
Bullish Pennant Chart Pattern Trading Strategy – बुलिश पताका चार्ट पैटर्न में ट्रेड कब लें
जब Share की Price Lower-High तथा Higher-Low कि Trendline के बीच में Trade कर रही होती है, तो Share में Bullish या Bearish Trend का दौर खत्म हो गया होता है । लेकिन जब किसी News या किसी और कारण से Share में फिर से Buying के बड़े Order लगाया जाता है तो यह Consolidation Phase के Trendline को तोड़कर ऊपर चली जाती है तथा Green(बुलिश) Candle का निर्माण करती है । यदि इस बुलिश कैंडल की Closing Lower-High Trendline के ऊपर होती है तो हमें बुलिश पताका चार्ट Pattern के Breakout हो जाता है |
जैसे ही इसके बाद की अगली Candle, पहली Green(बुलिश) Candle का High Break करता है तो Trader तथा Investor अपना Long Position बना सकते है |
लेकिन यदि Red Bears Candle Higher-Low Trendline को तोड़कर नीचे आ जाये तथा अपनी Closing भी Higher-Low Trendline के नीचे देती है तो हमें Bearish Trend का Signal हो जाता है । और अगली Candle यदि इस Bearish Candle के low Break कर नीचे आ जाये तो Traders Selling में Trade ले सकते है । इस pattern में सामान्यतः Breakout मिलता है, जिस कारण से इसे Bullish Pennant Chart Pattern के नाम से जाना जाता है |
How to Set a target in Bullish Pennant Chart Pattern – बुलिश पताका पैटर्न में टार्गेट सेट करें
इस Pattern में Share का Target Pennant के Pole या खंभे के निचले Level या Lower-Highs Trendline Level तथा Pole के ऊपर वाले Level या Higher-Lows का अंतर जो होता है उतने ही Points को Breakout के बाद गिन कर या Major कर के लगा ले तो वह एक आपका Target Price निकल करके आ जाएगा ।
How to Set Bullish Pennant Chart Pattern Stop-Loss – बुलिश पताका पैटर्न में स्टॉप लॉस कहाँ सेट करें
किसी भी Pattern मे Trade लेने से पहले Trade का Target तथा Stop-Loss की Calculation अवश्य कर लेनी चाहिए । इस Pattern में Trade को Stop-Loss Higher-Lows Trendline पर या कुछ तोड़ा नीचे लगाना चाहिए ।
Bearish Pennant Chart Pattern In Hindi – बेयरिश पताका चार्ट पैटर्न
जब कोई Share अचानक से बडी मंदी या तेज़ गिरावट के बाद Lower-Highs तथा Higher-Lows Trendline के मध्य में Trade करने लगता है । और एक Consolidation Phase के अन्दर आ जाती है तो यह बेयरिश पताका पैटर्न (Bearish Pennant Pattern) का रूप ले लेता है
Bearish Pennant Chart Pattern – बेयरिश पताका पैटर्न कैसे बनता है
Share Market में सब कुछ ठीक चल रहा होता है तथा किसी Share कि Price अचानक किसी ख़राब न्यूज या अन्य किसी कारण Share में Traders और Investors बड़ा Selling का Order लगाने लग जाते है । Selling का Order बड़ा होने के कारण Share में तेज़ गिरावट होने लगता है । जिस कारण से बड़ी-बड़ी Red Bearish Candle का निर्माण होने लगता है । यह बड़ी Red Bearish Candle इस Pattern में Pole का रूप ले लेती है ।
गिरावट का दौर रुकने के बाद Bulls तथा Bearish के मध्य में खींचा तानी होने लगती है। Bulla Share को ऊपर तथा Bears Share को निचे ले जाने का प्रयास करते है । इस कारण से Share न तो ऊपर जा पाता है तथा न ही नीचे, लेकिन Consolidation Phase छोटा होते हुए Range में Trade करने लगता है जो Time के साथ एक Pennant या Triangle का रूप ले लेता है ये दोनों आपस में मिल कर बेयरिश पताका चार्ट पैटर्न (Bearish Pennant Pattern) का निर्माण हो जाता है |
Bearish Pennant Chart Pattern Trading Strategy – बेयरिश पताका चार्ट पैटर्न में ट्रेड कब लें
किसी भी Pattern में सबसे महत्वपूर्ण जानकारी होता है कि Pattern में Trade कब लें। Bearish Pennant Pattern(बेयरिश पताका चार्ट पैटर्न) में जब Share एक Red Bearish Candle बनाते हुए Lower-High Trendline को Break कर नीचे आ जाये तथा अपनी Closing भी Trendline के नीचे दे तो इसे बेयरिश पताका पैटर्न का Breakdown कहा जाता है । यह एक और Bearish Phase का Signal होता है ।
इस Red Candle के बाद जैसे ही अगली Candle पहली Red Candle के Low को Break करें तो Trader Selling में अपना Position बनाते है। यह एक Bearish Trend का Signal माना जाता है |
लेकिन यदि कोई Bullish Candle इस Pattern के Lower-High कि Trendline को Break करें तथा अपनी Closing इस Trendline के ऊपर दे तो इसे Bearish Pennant Chart Pattern का Breakout माना जायेगा। जब अगली Candle इस Bullish Candle के High Break कर ऊपर निकल जाये तो आप Buying में अपना Position बना सकते है |
इस Pattern में सामान्यतः Breakdown ही होता है, जिस कारण से इस Pattern को बेयरिश पताका चार्ट पैटर्न के नाम से जाना जाता है |
How to Bearish Pennant Chart Pattern Target and Stop-Loss – बियरिश पताका चार्ट पैटर्न मे टारगेट और स्टॉप-लॉस कैसे लगाए
इस Pattern में Target Beariah Pennant Pattern बेयरिश पताका पैटर्न के Pole के High तथा Higher-Low के Level का अंतर होता है | इस Pattern में Trade को Stop-Loss Higher-Low Trendline के Level पर लगाना चाहिए और Pole के High और Lower-Highs के बीच Point को Major करके Breakdown के नीचे उतने Points लेकर के Target चुन सकते है ।