Yes Bank ने 2020 में RBI और दूसरे बैंकों की मदद से अपने बुरे समय को पार किया।

उस समय, बैंक के डिपॉजिट 99,000 करोड़ रुपये पर आ गए थे और क्रेडिट-डिपॉजिट (CD) रेशियो 165 फीसदी था।

आज, बैंक की स्थिति बेहतर हो चुकी है, और डिपॉजिट रेशियो 100 फीसदी से कम हो गया है।

प्रशांत कुमार ने बताया कि बैंक ने छह महीने के भीतर आ RBI से मिली आर्थिक सहायता चुका दी है।

कोविड के दौरान, Yes Bank ने 2 अरब डॉलर जुटाने में सफलता पाई।

कुमार ने ग्राहक सेवा पर जोर दिया और बताया कि बैंक के कर्मचारी कोविड के दौरान भी लगातार काम करते रहे।

Yes Bank की वित्तीय सेहत, एनपीए, कैपिटल और प्रॉफिट ग्रोथ में सुधार हुआ है।

SBI ने बैंक को डूबने से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन वह प्रमोटर की भूमिका में नहीं है।

आगे, बैंक का फोकस डिपॉजिट ग्रोथ पर रहेगा, और सेवा गुणवत्ता में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

हाल में, बैंक ने रिब्रांडिंग की, जिसका सकारात्मक असर ग्राहकों पर पड़ा है।

Yes Bank अब अपने ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।